www.upkarmarathi.com
  
        मुझे सोना पसंद नहीं ऐसा बोलने वाला हमे ढूंढने से भी नहीं मिलेगा। सोने का महत्व आज भी कम नहीं हुआ है। सोने के आभूषण तैयार करने वालों को सुनार कहा जाता है। आज हम सुनार पर हिंदी निबंध (essay on goldsmith in Hindi) देखेंगे ,जिसमें सोने के बारे में भी हम थोड़ी बहुत जानकारी लेंगे।
    तो अब चलिए थोड़ी सी भी देर न करते हुए हम पढ़ेंगे सुनार पर निबंध (essay on goldsmith)
    
| Short essay on goldsmith in Hindi
| सुनार पर हिंदी में निबंध 

    Essay on goldsmith in Hindi (160 words) / about goldsmith in Hindi 

|सुनार पर हिंदी में निबंध



        सोने से संबंधित काम करने वाले जो लोग होते हैं उन्हें सुनार कहा जाता है। सुनार सोने से बहुत ही सुंदर आभूषण बनाते हैं। सोने से आभूषण बनाने के लिए बहुत ही बारीकी की जरूरत होती है। सुनार  यह कला बहुत अच्छी तरह से जानते हैं। इसी कला से वह बहुत ही सुंदर आभूषण बनाते हैं ।  उनके द्वारा बनाए गए आभूषण पहन कर पहनने वाले बहुतही सुंदर दिखते हैं।
     आभूषण कितने सुंदर दिखेंगे यह तो सुनार के कौशल पर निर्भर करता है। कई सुनार आभूषण में रत्न भी झड़ते हैं इससे रत्न की शोभा और भी बढ़ जाती हैं और उसके दाम भी बढ़ जाते हैं। आभूषण जितना आकर्षक एवं सुंदर होगा उसकी कीमत भी उतनी ही ज्यादा होती है।
       सोने से आभूषण बनाने की प्रक्रिया हमारे संयम की  परीक्षा लेती है। कहते हैं ना कड़ी परिश्रम के बाद ही हम निखरते हैं। सुनार बहुत ही कष्ट से आभूषण बनाते हैं। उनकी कष्ट करने की क्षमता ही उनको एक सफल व्यापारी भी बना देती है।संपूर्ण निष्ठा से काम करने वाला जीवन में अवश्य ही सफल होता है।

| Short essay on goldsmith in Hindi
| Short essay on goldsmith in Hindi 


सुनार पर निबंध ,350 शब्द

|Short essay on goldsmith in Hindi


   बहुत ही प्राचीन काल से सोना अत्यंत कीमती धातु रहा है। आज के जीवन में भी इसने अपनी अलग से जगह बनाए रखे हुए हैं। सोने से निर्मित आभूषण आज भी मानव द्वारा परिधान किए जाते हैं। जिसके पास अधिक आभूषण वह अधिक संपन्न है ऐसा कहा जाता है। 
    जो लोग सोने से संबंधित व्यवसाय करते हैं उन्हें सुनार कहा जाता है। सुनार को ही स्वर्णकार भी कहते हैं। प्राचीन काल में सोने से बने सिक्कों का पैसों के रूप में व्यवहार किया जाता था। हाल के दिनों में भी सोने में बहुत से लोग पैसे लगाते हैं।
      सुनार सिर्फ सोने की ही आभूषण बनाते हैं ऐसी कोई बात नहीं। सोने की तरह ही चांदी के भी आभूषण तैयार किए जाते हैं। इन आभूषणों को भी बड़े प्यार से पहना जाता है। शादी ब्याह के मामलों में सुनार के द्वारा तैयार किए आभूषणों को बहुत बारीकी से देखा और परखा जाता है।
     सुनार का मानव समाज में एक अलग ही महत्व है। किसी भी त्यौहार में पहने जाने वाले सभी आभूषण किसी ना किसी सुनार द्वारा तैयार किए जाते हैं। त्योहारों के दिनों में सुनार की दुकान पर बहुत ही भीड़ होती है।
    सुनार थोड़े चालाक भी होते हैं। अपने मीठी बातों से ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं। अर्थात सिर्फ मीठी बातों से ग्राहक को आकर्षित नहीं किया जा सकता जिनके पास अच्छी कला होती है उनके दुकानों पर भीड़ तो होनी ही है।
    अगर किसी सुनार को उत्कृष्ट सुनार बनना है तो इसके लिए मेहनत तो करनी पड़ेगी ही। सुनार कास्टिंग, फॉर्जिंग, धातु चमकाना इन सभी कार्यों में निपुण होना चाहिए। जैसे कड़ी आग में तप कर सोना शुद्ध होता है ,वैसे ही सुनार भी अपनी मेहनत से और कठिन परिश्रम से निखर जाता है।
       प्राचीन काल में भी राजा महाराजाओं के लिए सोने के आभूषण सुनार तैयार करते थे। राजाओं के दरबार में सुनार लोग काम करने के लिए रखे जाते थे और उन्हें मासिक वेतन भी दिया जाता था। आज भी कहीं जगह पर खुदाई करते समय पुरातन काल के आभूषण मिलते हैं। पुन्हा भूषण ऊपर की गई कलाकृति को देखकर मन अचंभित हो जाता है।

   
       मेरे प्रिय वाचक मित्रों आपको ही सुनार पर हिंदी निबंध ,कैसे लगा यह मुझे कमेंट करके बताएं।

     तथा आपको और किसी विषय पर हिंदी में निबंध चाहिए तो वह भी मुझे कमेंट में बताइए मैं आपको मदद करने का पूरी तरह से प्रयत्न करूंगा।
     

Post a Comment

तुमचा मौल्यवान अभिप्राय याठिकाणी नक्की नोंदवा. ब्लॉगला भेट दिल्याबद्दल धन्यवाद. पुन्हा अवश्य भेट द्या.

थोडे नवीन जरा जुने